Description
रोग, कारण और उपचार तैयारी
1. हरा दस्त / बीठ
2. पानी जैसा दस्त / बीठ
3. कमजोरी
उपचार
कबूतर को 3-5 बूंद इंफैपेट, स्पंक सुबह, लिव एंड क्रॉप रिलीफ शाम को 10-15 म.ल सामान्य पानी के साथ दें। 3 घंटे के बाद पैनसीआ गोली दे। ईलाज समय 3 से 5 दिन।
4. पीला दस्त
5. पाचन की धीमी समस्या
उपचार
कबूतर को खिलाने के बाद 3-5 बूँदें सुबह-शाम लिव रिलीफ व करोप रलीफ दें। शाम को 3 बजे के बाद पैनसीआ गोली दें। (हर खुराक के साथ 10-15 मिलीलीटर सामान्य पानी दें। ईलाज समय 3 से 5 दिन।
6. सुसती व बुखार
उपचार
यह बिमारी होने पर कबूतर को 3-5 बूंद निकसी वेट सुबह और शाम को दाना खिलाने के बाद, उसके 3 घंटे बाद पेनसीया गोली दे हर बार दवा के साथ 10-15 मि.ली सादा पानी जरूर दें। खाली पेट कोई भी दवा ना दें।
7. सरदी / जुकाम
उपचार
यह बिमारी होने पर कबूतर को 3-5 बूंद कोलड़ रलीफ सुबह और शाम को दाना खिलाने के बाद कीलड़ रलीफ 3-5 बूंद, उसके 3 घंटे बाद पेनसीया गोली दे हर बार दवा के साथ 10-15 मि.ली सादा पानी जरूर दें। खाली पेट कोई भी दवा ना दें।
8. पोट बंद
उपचार
यह बिमारीओं के होने पर कबूतर को 3-5 बूंद लिये ग्लॉफ व करोप रलीफ सुबहे और शाम को दाना खिलाने के बाद लिवरलीफ व करोप रलीफ 3-5 बूंद, उसके 3 घंटे बाद पैनसीया गोली द हर बार दवा के साथ 10-15 मि.ली सादा पानी जरूर दें।
9. बलगम / रेशा
उपचार
यह बिमारी के होने पर कबूतर को 3-5 बूंद लिय रलीफ व करोप रलीफ सुबह और शाम को दाना खिलाने के बाद लिव रलीफ व करोप रलीफ 3-5 बूंद, उसके 3 घंटे बाद पैनसीया गोली दे हर बार दवा के साथ 10-15 मि.ली सादा पानी जरूर दें।
10. पेट के कीड़ो की वजह से सूखा लगना व कमजोरी में रहना व पुराना सूखा।
उपचार
यह बिमारीओ के होने पर कबूतर को 3-5 बूंद सपक सुबह शाम दाना खिलाने के बाद – 3 घंटे बाद पैनसीया गोली दे हर बार दवा के साथ 10-15 मि.ली सादा पानी जरूर दें।
11. मूह पकने का ईलाज
उपचार
यह बिमारीओं के होने पर कबूतर को 3-5 बूंद इंनफापेट व सपंक सुबहे लिवरलीफ व करोप स्लोफ शाम को दाना खिलाने के बाद, उसके 3 घंटे बाद पैनसीया गोली दे हर बार दवा के साथ 10-15 मि.ली. सादा पानी जरूर दें। खाली पेट कोई भी दवा ना दें।
12. आंखों से पानी बहने का ईलाज
उपचार
यह बिमारी के होने पर कबूतर की आँखों में सुबह शाम आँखों की दवा नेतर रलीफ की बूदें डालें।
13. आँखों में धन्धलापन (फंगस / जाला) आने का ईलाज
उपचार
यह बिमारीओं के होने पर कबूतर की आँखों में सुबह शाम आँखों की दया नेतर रलीफ की बूदे डालें।
14. कबूतर के मुंह के अंदर रेछा (बलगम) बनना व जुकाम और आखों से पानी बहने का ईलाज।
उपचार
यह विमारी के होने पर कबूतर की आँखों में सुबह शाम आँखों को दवा आड़ी रलीफर की बूंदें डालें और सुबह शाम काले चने की मातरा अनुसार कंकर रलीफ पाउडर दें। पाउडर के साथ पानी नहीं देना। इस दवा देण से पहिले कबूतर का मुंह किसी कपड़े से साफ करो।
15. कबूतर के मुंह, गले व पोट में सफेद रेछा की गाँठ बनने व कमजोरी का ईलाज।
उपचार
16. कबूतर के बच्चों के पैर, आंख, चोंच व पूरे शरीर पर होने वाले चेकक / फलसी / गुमडी जहिराबाद का ईलाज।
उपचार
जखमों को सादे पानी से धोकर किसी साफ कपड़े के साथ साफ करें। (POX Relief) पोकस मलहम उंगली से जख्मों पर लगाएं। *दवा सिरफ एक बार लगानी है दोबारा नहीं लगानी दूसरे दिन से जखम साफ होने तक रोज नारियल का तेल लगाते रहें ॥ सावधानी:- दवा आंख में ना जाने पाए वरना आंख खराब हो सकती है। आँख की सुरक्या के लिए आप साथ में (NETRA RELIEF) आई डराप इसतेमाल कर सकते हैं।
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